जैविक खेती क्या है इसके महत्व को समझाइए : Jaivik Kheti Kya Hai Iske Mahatva Ko Samjhaie
जैविक खेती क्या है इसके महत्व को समझाइए : Jaivik Kheti Kya Hai Iske Mahatva Ko Samjhaie -: जैविक खेती एक कृषि पद्धति है जिसमें कीटनाशकों, कीटनाशकों, एंटीबायोटिक्स, वृद्धि हार्मोन और जीवों के आनुवंशिक प्रावधान के बजाय प्राकृतिक साधनों का उपयोग करके फसलों और पशुधन का उत्पादन शामिल है। स्प्रे के रासायनिक एवं कृत्रिम प्रयोग ने बड़े पैमाने पर पर्यावरण को खराब किया है। आइये जानते है कि जैविक खेती क्या हैं, और इसके फायदे क्या हैं? पूरी जानकारी प्राप्त करने के लिए बने रहे हमारे साथ इस आर्टिकल के अंत तक।
जैविक खेती क्या है?
जैविक खेती एक कृषि पद्धति है जो प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण करती है और पर्यावरण को न्यूनतम नुकसान पहुंचाती है। जैविक खेती में फसल उगाने के लिए रासायनिक उर्वरकों, कीटनाशकों और शाकनाशियों का उपयोग नहीं किया जाता है। इसके बजाय, जैविक किसान प्राकृतिक तरीकों का उपयोग करते हैं, जैसे जैविक उर्वरक, फसल चक्र और जैविक कीट नियंत्रण।
जैविक खेती में उर्वरकों, कीटनाशकों और हर्बिसाइडों का कम से कम प्रयोग किया जाता है, जिससे प्रदूषण का प्रभाव कम होता है और उत्पादों में कीटाणुओं और विषैले रासायनिक खतरों का अधिक से अधिक संकेत होता है। जैविक खेती में जीवाणु संवर्धन, बीज विकास, प्राकृतिक खेती तकनीकियों का प्रयोग, पारंपरिक बीज उत्पादन, जैविक रसायनों का प्रयोग, संवर्धित जल संसाधन प्रबंधन आदि के तत्व शामिल होते हैं।
जैविक खेती न केवल उत्पादों की गुणवत्ता को बढ़ाती है, बल्कि यह भूमि की पुनर्निर्माण को भी संभव बनाती है जिससे भूमि की उर्वरता बनी रहे और जैविक विविधता को सुरक्षित किया जा सके।
जैविक खेती का क्या महत्व हैं?
जैविक खेती से प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण होता है और पर्यावरण को कोई खास नुकसान नहीं होता है। जैविक खेती में फसलों में रासायनिक कीटनाशकों, शाकनाशी और उर्वरकों का उपयोग नहीं किया जाता है। इसके बजाय, जैविक किसान जैविक कीट प्रबंधन, फसल चक्र और जैविक उर्वरकों को प्राकृतिक तरीकों के रूप में अपनाते हैं।
जैविक खेती का महत्व इस प्रकार है:
- स्वस्थ भोजन: जैविक भोजन में अधिक पोषक तत्व होते हैं और वे रासायनिक खेती से उत्पादित भोजन की तुलना में स्वस्थ होते हैं.
- सुरक्षित भोजन: जैविक भोजन में रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों के अवशेष नहीं होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं.
- पर्यावरण के अनुकूल: जैविक खेती पर्यावरण के अनुकूल है और यह मिट्टी, पानी और वायु को प्रदूषित नहीं करती है.
- टिकाऊ: जैविक खेती टिकाऊ है और यह आने वाली पीढ़ियों के लिए प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण करती है.
जैविक खेती के फायदे क्या हैं?
जैविक खेती एक कृषि तकनीक है जो पर्यावरण की रक्षा करती है और प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण करती है। जैविक खेती में फसल उगाने के लिए रासायनिक कीटनाशकों, शाकनाशी और उर्वरकों का उपयोग नहीं किया जाता है। इसके बजाय, जैविक किसान फसल चक्र, जैविक कीट प्रबंधन और जैविक उर्वरक सहित प्राकृतिक तकनीकों का उपयोग करते हैं।
जैविक खेती के कई फायदे हैं, जिनमें शामिल हैं:
- स्वस्थ भोजन: जैविक भोजन में अधिक पोषक तत्व होते हैं और वे रासायनिक खेती से उत्पादित भोजन की तुलना में स्वस्थ होते हैं.
- सुरक्षित भोजन: जैविक भोजन में रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों के अवशेष नहीं होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं.
- पर्यावरण के अनुकूल: जैविक खेती पर्यावरण के अनुकूल है और यह मिट्टी, पानी और वायु को प्रदूषित नहीं करती है.
- टिकाऊ: जैविक खेती टिकाऊ है और यह आने वाली पीढ़ियों के लिए प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण करती है.
जैविक खेती एक बढ़ती हुई कृषि पद्धति है और यह दुनिया भर में तेजी से लोकप्रिय हो रही है. भारत में भी जैविक खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है और सरकार ने जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं.
जैविक खेती से होने वाले कुछ लाभों का वर्णन इस प्रकार है:
- स्वस्थ भोजन: जैविक भोजन में अधिक पोषक तत्व होते हैं, जैसे कि विटामिन, खनिज और फाइबर. ये पोषक तत्व शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं.
- सुरक्षित भोजन: जैविक भोजन में रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों के अवशेष नहीं होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं.
- पर्यावरण के अनुकूल: जैविक खेती पर्यावरण के अनुकूल है और यह मिट्टी, पानी और वायु को प्रदूषित नहीं करती है. जैविक खेती से मिट्टी की उर्वरता बढ़ती है, पानी का संरक्षण होता है और वायु प्रदूषण कम होता है.
- टिकाऊ: जैविक खेती टिकाऊ है और यह आने वाली पीढ़ियों के लिए प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण करती है. जैविक खेती से मिट्टी की उर्वरता को बनाए रखा जा सकता है और जलवायु परिवर्तन को रोका जा सकता है.
जैविक खेती एक बेहतरीन कृषि पद्धति है जो स्वास्थ्य, पर्यावरण और टिकाऊपन के लिए लाभकारी है।
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जैविक खेती से आप क्या समझते हैं बताएं?
जैविक खेती में पौधों की खेती के लिए रासायनिक उर्वरकों, कीटनाशकों और शाकनाशी का उपयोग नहीं किया जाता है। इसके बजाय, जैविक किसान जैविक उर्वरकों, कीटनाशकों और शाकनाशियों जैसे उपकरणों का उपयोग करके प्राकृतिक रूप से पौधों की खेती करते हैं। जैविक खेती का लक्ष्य स्वस्थ मिट्टी और स्वस्थ, मजबूत पौधों को बनाए रखना है।
जैविक खेती की शुरुआत कब हुई थी?
जैविक खेती की शुरुआत प्राचीन काल में हुई थी. प्राचीन काल में, किसान पौधों को उगाने के लिए प्राकृतिक तरीकों का उपयोग करते थे, जैसे कि जैविक खाद, जैविक कीटनाशक और जैविक herbicides.
जैविक खेती का आधुनिक इतिहास 19वीं सदी में शुरू हुआ. 19वीं सदी में, कुछ किसानों ने महसूस किया कि रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों का उपयोग पौधों के लिए हानिकारक है, और उन्होंने प्राकृतिक तरीकों का उपयोग करके खेती करना शुरू किया.
20वीं सदी में, जैविक खेती ने लोकप्रियता हासिल की. 20वीं सदी में, कुछ लोगों ने महसूस किया कि रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों का उपयोग पर्यावरण के लिए हानिकारक है, और उन्होंने जैविक खेती को अपनाना शुरू किया.
आज, जैविक खेती दुनिया भर में लोकप्रिय है. जैविक खेती को स्वस्थ भोजन, स्वस्थ मिट्टी और स्वस्थ पर्यावरण प्रदान करने के लिए जाना जाता है.
जैविक खेती का मुख्य उद्देश्य क्या है?
जैविक खेती का मुख्य उद्देश्य पौधों को उगाने के लिए प्राकृतिक तरीकों का उपयोग करना है। जैविक खेती में किसान रासायनिक उर्वरकों, कीटनाशकों और शाकनाशियों का उपयोग नहीं करते हैं। इसके बजाय, वे जैविक उर्वरक, जैविक कीटनाशक और जैविक शाकनाशी जैसे प्राकृतिक तरीकों का उपयोग करते हैं। जैविक खेती का उद्देश्य पौधों को स्वस्थ एवं मजबूत बनाना तथा मिट्टी को स्वस्थ रखना है।