अमृत भारत स्टेशन योजना क्या है : Amrit Bharat Station Yojana Kya Hai
अमृत भारत स्टेशन योजना क्या है : Amrit Bharat Station Yojana Kya Hai -: “अमृत भारत स्टेशन योजना” भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक योजना है जिसका उद्देश्य रेलवे स्टेशनों को मॉडर्नीज़ करना और उन्हें सुविधाओं के साथ युक्त करना है। “अमृत” का पूरा नाम है “Atal Mission for Rejuvenation and Urban Transformation” (अटल पुनर्जीवन और शहरी निर्माण के लिए योजना)। यह योजना 2015 में शुरू की गई थी और उस समय के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखी गई थी।
अमृत भारत स्टेशन योजना क्या है?
अमृत भारत स्टेशन योजना (ABSS) एक सरकारी योजना है जो रेलवे स्टेशनों के आधुनिकीकरण के लिए धन उपलब्ध कराती है। यह योजना भारत सरकार के आजादी के अमृत महोत्सव के तहत शुरू की गई है।
ABSS के तहत, रेलवे स्टेशनों को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा, जैसे कि:
- एस्केलेटर और लिफ्ट
- वातानुकूलित इंटीरियर
- वाई-फाई
- इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन
- कैफेटेरिया और रेस्तरां
- शॉपिंग कॉम्प्लेक्स
- पार्किंग
- सुरक्षा और साफ-सफाई
अमृत भारत स्टेशन योजना का लक्ष्य रेलवे स्टेशनों को अधिक सुविधाजनक और आकर्षक बनाना है, ताकि वे यात्रियों को बेहतर अनुभव प्रदान कर सकें। यह योजना रेलवे स्टेशनों को एक महत्वपूर्ण आर्थिक केंद्र के रूप में विकसित करने में भी मदद करेगी।
अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 1275 रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण किया जाएगा। इन स्टेशनों को तीन श्रेणियों में बांटा गया है:
- श्रेणी 1 स्टेशन: इन स्टेशनों को सबसे अधिक आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा.
- श्रेणी 2 स्टेशन: इन स्टेशनों को कुछ आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा.
- श्रेणी 3 स्टेशन: इन स्टेशनों को न्यूनतम आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा.
अमृत भारत स्टेशन योजना का कुल बजट 10,000 करोड़ रुपये है. यह योजना 2023-24 तक पूरी हो जायेगी.
अमृत भारत स्टेशन योजना एक महत्वपूर्ण पहल है जो रेलवे स्टेशनों को बेहतर अनुभव प्रदान करेगी और उन्हें एक महत्वपूर्ण आर्थिक केंद्र के रूप में विकसित करने में भी मदद करेगी।
अमृत भारत स्टेशन योजना का लक्ष्य क्या हैं?
“अमृत भारत स्टेशन योजना” का मुख्य लक्ष्य भारत के रेलवे स्टेशनों को आधुनिक, सुरक्षित, स्वच्छ और सुविधाजनक बनाना है। यह योजना यात्रियों और स्थानीय लोगों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने और स्थानीय समुदाय को विकसित करने के लिए भारतीय रेलवे के स्टेशनों को एक नई और उन्नत दिशा में बदलने का प्रयास करती है।
इस योजना के माध्यम से निम्नलिखित मुख्य लक्ष्य पूरे किए जाते हैं:
- मॉडर्नीज़ेशन: योजना का मुख्य उद्देश्य यह है कि स्थानीय समुदायों और यात्रियों के लिए बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए स्टेशनों की मॉडर्नीज़ेशन की जाए।
- सुरक्षा और सुरक्षा की सुविधाएं: योजना के अंतर्गत स्थानीय यातायात के प्रदूषण को कम करने और स्थानीय यात्रियों की सुरक्षा की सुविधाएं प्रदान करने का प्रयास किया जाता है।
- स्वच्छता: योजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा स्वच्छता को प्राथमिकता देना है, जिससे स्टेशनों को स्वच्छ और हरित बनाया जा सके।
- सुविधाएं और उपयोगिता: स्थानीय लोगों के लिए बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के साथ ही, यात्री भी अधिक उपयोगिता और सुविधाएं प्राप्त कर सकें।
- स्थानीय आर्थिक विकास: योजना के माध्यम से स्थानीय निगमों और स्थानीय प्रशासनों को विकास के लिए आवश्यक संसाधन प्रदान करके स्थानीय आर्थिक विकास को प्रोत्साहित किया जाता है।
इस प्रकार, “अमृत भारत स्टेशन योजना” का मुख्य उद्देश्य यात्रियों और स्थानीय लोगों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए भारतीय रेलवे के स्टेशनों को आधुनिकीकरण और उन्नति की ओर बदलना है।
अमृत योजना का फुल फॉर्म क्या हैं?
“अमृत” की पूरी फॉर्म होती है “Atal Mission for Rejuvenation and Urban Transformation” (अटल पुनर्जीवन और शहरी निर्माण के लिए योजना)। यह एक भारत सरकार की योजना है जो भारतीय शहरों को साफ-सुथरा बनाने, आधुनिकीकरण करने और उन्नति की दिशा में बदलने के लिए शुरू की गई है। यह योजना 2015 में शुरू की गई थी और उस समय के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखी गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य भारतीय शहरों की आधुनिकीकरण, साफ-सुथरा बनाने, जलवायु परिवर्तन के प्रभावों से निपटने, और स्थानीय आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करना है।
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अमृत स्टेशन योजना क्या है?
भारतीय रेलवे बोर्ड द्वारा कम लागत पर पुराने रेलवे स्टेशन का पुनर्निर्माण किया जाएगा। 2 साल के अंदर काम पूरा होने की संभावना है. इस योजना के माध्यम से रेलवे स्टेशन पर 5जी कनेक्शन, लंबा प्लेटफॉर्म, गिट्टी रहित ट्रैक आदि की उच्च सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।
भारत का प्राइवेट रेलवे स्टेशन कौन सा है?
इसका नाम रानी कमलापति रेलवे स्टेशन है। पहले इसे हबीबगंज के नाम से जाना जाता था। यह रेलवे स्टेशन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में है। इस रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप यानी पीपीपी मॉडल के तहत किया गया है।
अमृत योजना में कितने शहर हैं?
अमृत (कायाकल्प और शहरी परिवर्तन के लिए अटल मिशन) 2011 की जनगणना के अनुसार 1 लाख से अधिक आबादी वाले सभी शहरों और कस्बों और HRIDAY योजना के तहत 1 विरासत शहर को कवर करता है। इस प्रकार, कर्नाटक में, निम्नलिखित 27 शहर AMRUT के तहत वित्त पोषण के लिए पात्र होंगे, जिसमें बैंगलोर भी शामिल है।